हर गांव की एक-एक बहन के मन में ये बात जरूर आती है “काश कोई सरकारी नौकरी मिल जाए, जिससे घर भी संभले और थोड़ा पैसा भी घर आए!” तो लीजिए बहनों, 2025 में सरकार लेकर आई है आंगनवाड़ी सहायिका की भर्ती और वो भी आपके जैसे गांव की महिलाओं के लिए।

अब सवाल उठता है, “आंगनवाड़ी सहायिका की सैलरी 2025 में कितनी मिलेगी?” तो इस लेख में हम आपको सरल भाषा में बताएंगे कि आंगनवाड़ी सहायिका कौन होती है, उसका काम क्या होता है, कैसे बनें, और सबसे ज़रूरी 2025 में उसकी सैलरी कितनी है।
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आंगनवाड़ी सहायिका कौन होती है?
आंगनवाड़ी सहायिका भी कुछ वैसी ही होती हैं। वो गांव के बच्चों की देखभाल करती हैं, गर्भवती महिलाओं की मदद करती हैं और सरकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाती हैं।
उनका मुख्य काम क्या होता है?
- बच्चों को साफ-सुथरी जगह पर खेल और पढ़ाई का माहौल देना
- पोषण आहार (mid-day meal) बाँटना
- गर्भवती और धात्री महिलाओं की देखभाल करना
- गांव की महिलाओं को सरकारी योजनाओं के बारे में बताना
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की सहायता करना
आंगनबाड़ी सहायिका की सैलरी 2025 में कितनी है?
अब बात आती है असली मुद्दे की “आंगनवाड़ी सहायिका salary 2025 में कितनी है?” तो बहनों, 2025 में राज्य सरकार ने सैलरी में थोड़ा सुधार किया है ताकि आपकी मेहनत का सही मूल्य मिल सके।
सैलरी का पूरा विवरण (2025):
पद | मासिक वेतन (₹) |
---|---|
आंगनवाड़ी सहायिका | ₹6,500 – ₹7,500 |
मानदेय + अन्य भत्ते | ₹500 – ₹1,000 तक |
कुल अनुमानित सैलरी | ₹7,000 – ₹8,500 तक |
नोट: कुछ राज्यों में यह सैलरी ज़्यादा या कम हो सकती है। ये केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं पर निर्भर करता है।
क्यों बढ़ी सैलरी 2025 में?
सरकार ने 2025 में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए आंगनवाड़ी सहायिकाओं की सैलरी में इज़ाफा किया है। अब ये नौकरी सिर्फ सेवा नहीं, बल्कि आर्थिक सशक्तिकरण का ज़रिया भी बन रही है।
क्या योग्यता चाहिए आंगनवाड़ी सहायिका बनने के लिए?
जरूरी शैक्षणिक योग्यता:
- न्यूनतम 8वीं पास
- कभी-कभी 10वीं पास भी मांगी जाती है (राज्य अनुसार)
कुछ जरूरी बातें:
- उम्र 18 से 45 साल के बीच होनी चाहिए
- जिस गांव की आप निवासी हैं, वहीं की आंगनवाड़ी में चयन होगा
- स्थानीय भाषा और रीति-रिवाज का ज्ञान ज़रूरी है
कैसे होती है भर्ती? आसान भाषा में समझिए
आंगनवाड़ी सहायिका की भर्ती डायरेक्ट मेरिट से होती है। मतलब अगर आप योग्य हैं और गांव की निवासी हैं, तो आपका चयन हो सकता है।
भर्ती प्रक्रिया के स्टेप:
- ऑफलाइन/ऑनलाइन आवेदन – पंचायत या बाल विकास विभाग में
- दस्तावेज़ सत्यापन – जैसे निवास प्रमाणपत्र, मार्कशीट
- मेरिट लिस्ट जारी – अंक और पात्रता के आधार पर
- नियुक्ति पत्र और प्रशिक्षण
उदाहरण: कैसे सावित्री बाई बनीं आंगनवाड़ी सहायिका
गांव – नरसिंहपुर (मध्यप्रदेश)
नाम – सावित्री बाई कोल (उम्र – 34)
सावित्री बाई पहले मजदूरी करती थीं। फिर पंचायत से पता चला कि सहायिका की भर्ती निकली है। उन्होंने 8वीं पास का प्रमाण पत्र दिखाया और आवेदन किया।
3 महीने बाद उनका चयन हो गया। अब वो हर महीने ₹7,500 कमाती हैं और बच्चों को पढ़ाना उनका सबसे प्यारा काम है!
भविष्य में क्या बढ़ेगी सैलरी?
बहनों, उम्मीद है कि सरकार 2026 या उसके बाद आंगनवाड़ी सहायिकाओं की सैलरी और सुविधाएं और बढ़ाएगी। कई राज्यों में ESI, PF जैसी योजनाएं जोड़ने की योजना है।
निष्कर्ष:
तो बहनों, “आंगनवाड़ी सहायिका salary 2025” सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में पहला कदम है। ये नौकरी आपके लिए है, आपके गांव में, आपके लोगों के बीच और आपके बच्चों के साथ। आज जब महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ रही है, तो ऐसी नौकरी जो समाज सेवा भी करवाए और हर महीने कुछ कमाई भी दे, वो सच में अनमोल है। अगर आपके गांव में भर्ती निकली है तो जरूर आवेदन करें। हो सकता है अगली “सावित्री बाई” आप ही हों!