
इंदौर में बारिश का इंतज़ार हर साल लोगों को रहता है। गर्मी से परेशान लोग आसमान की तरफ उम्मीद से देखते हैं कि बादल आएं, बरसात हो और मौसम सुहाना बने। लेकिन इस बार जुलाई का महीना थोड़ा मायूस कर गया। पूरे महीने में जो बारिश होनी चाहिए थी, उसका आधा भी ठीक से नहीं बरस पाया।
अब जरा आंकड़ों की बात करें तो इंदौर में जुलाई में औसतन 298.2 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। पर अभी तक, मतलब आज तक, सिर्फ 134.6 मिमी ही बरस पाई है। यानी अभी भी लगभग 120.2 मिमी की कमी बाकी है। अब जब महीने के बस चार दिन बचे हैं, तो सोचिए, क्या ये बची हुई बारिश चार दिन में पूरी हो पाएगी?
इंदौर बारिश अपडेट
मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिन हल्की बारिश के आसार हैं। मतलब तेज़ बारिश की उम्मीद छोड़नी पड़ेगी। अब ऐसे में तो जुलाई का टारगेट पूरा होना थोड़ा मुश्किल ही लग रहा है। पिछले साल भी कुछ ऐसा ही हाल रहा था। तब भी जुलाई में उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं हुई थी। लोगों ने तब भी कहा था कि “पहले जैसे मानसून अब कहां रहा!” और इस बार भी वही बात दोहराई जा रही है।
लोगों को थोड़ा दुख भी हो रहा है क्योंकि इंदौर जैसे शहर में जब बरसात नहीं होती तो न तो वो बारिश की चाय-कचौरी का मज़ा आता है, और न ही बच्चों की वो मस्ती होती है जो गीले मैदानों में चलती है।
बारिश के आंकड़े:
जुलाई में औसत बारिश | अब तक हुई बारिश | बची हुई ज़रूरत |
---|---|---|
298.2 मिमी | 134.6 मिमी | 120.2 मिमी |
इंदौर में बारिश
अब देखना ये है कि जुलाई के आखिरी चार दिन कुछ कमाल दिखा पाते हैं या फिर अगस्त से उम्मीद लगानी पड़ेगी। लेकिन फिलहाल तो इंदौर वालों को एक बार फिर मायूसी का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग कह रहे हैं कि मौसम बदल रहा है, बारिश के पैटर्न भी बदल रहे हैं। पहले जो बारिश जून-जुलाई में होती थी, अब वो अगस्त-सितंबर में खिसक रही है। खैर, उम्मीद तो यही है कि आने वाले दिनों में बादल फिर दिल खोलकर बरसें और इंदौर वालों के चेहरों पर फिर से वो मुस्कान लौटे जो सिर्फ बारिश ही ला सकती है।
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